चुनाव हो और बीजेपी और लव जिहाद का मुद्दा न उठाए ऐसा कहा हो सकता हैं भला. बीजेपी ने केरल चुनाव में भी लव जिहाद का मुद्दा उठाते हुए कहा है कि हमारी सत्ता यदि प्रदेश में आती है तो हम इसके खिलाफ कानून बनाएंगे। केरल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिर्फ बीजेपी और हिंदू ही लव जिहाद को लेकर चिंतित नहीं हैं बल्कि ईसाई समुदाय के लोग भी इसे गंभीर मुद्दा मानते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लव जिहाद के कई मामले हुए हैं, लेकिन किसी भी केस की जांच नहीं कराई गई। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट राज्य में हिंदू-ईसाई लड़कियों को निशाना बना रहा है।
उन्होंने कहा कि खासतौर पर उन लड़कियों को इस्लामिक स्टेट की ओर से टारगेट किया जा रहा है, जो छात्र हैं। के. सुरेंद्रन ने कहा कि यदि लव जिहाद नहीं है तो फिर वो लोग कपल्स को सीरिया क्यों भेजते हैं? बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमने अपने मेनिफेस्टो में भी यह स्पष्ट किया है कि यदि हम सत्ता में आते हैं तो फिर इसके खिलाफ कानून बनाएंगे
केरल में कांग्रेस के लिए करो य मरो की स्थिति
केरल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने ‘करो या मरो’ की स्थिति है। पार्टी के लिए जहां हर पांच साल बाद सत्ता परिवर्तन की परंपरा को बरकरार रखना जरुरी है। वहीं, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने भी खुद को साबित करने की चुनौती है। क्योंकि, राहुल गांधी केरल से सांसद है। यही वजह है कि पार्टी प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
केरल में 1980 के बाद किसी राजनीतिक दल या गठबंधन ने दोबारा जीत दर्ज नहीं की है। इस बार स्थिति अलग है। चुनाव से ठीक पहले हुए स्थानीय निकाय के चुनाव में सत्तारुढ़ एलडीएफ को जबरदस्त सफलता मिली है। इसलिए, चुनाव में एलडीएफ का पलड़ा भारी माना जा रहा है। हालांकि, कांग्रेस भी कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही है
तामिलनाडु में कांग्रेस के लिए आई अच्छी खबर
तमिलनाडु में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एबीपी न्यूज-सी वोटर का ओपिनियन पोल सामने आया है। ओपिनियन पोल में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन को 154 से 162 सीटें मिलने का अनुमान है। इसके अलावा बीजेपी और एआईएडीएमके गठबंधन को 58 से 66 सीटें मिल सकती हैं तो वहीं, एलडीएफ के खाते में 8 से 20 सीटें जा सकती हैं। यानि कि कांग्रेस और डीएमके के लिए ये अच्छी खबर है.
ओपिनियन पोल के मुताबिक तमिलनाडु में एआईएडीएमके प्लस को 29 फीसदी वोट मिलता हुआ दिखाई दे रहे हैं। वहीं डीएमके गठबंधन को के खाते में 41 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है। जबकि अन्य के खाते में 30 प्रतिशत वोट मिल सकता है। बता दें कि तमिलनाडु में इस साल 24 मई को मौजूदा सरकार का कार्यकाल खत्म हो जाएगा।
तमिलनाडु में अभी एआईएडीएमके की सरकार है और ई पलानीसामी मुख्यमंत्री हैं। पिछले बार के विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने 136 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि डीएमके के खाते में 89 सीटें मिली थी। राज्य में बहुमत वाली सरकार बनने के लिए कम से कम 118 सीटों की जरूरत पड़ती है.
इससे पहले भी पश्चिम बंगाल में एक सर्वे में मुख्यमंत्री का सबसे पॉपुलर चेहरा ममता बनर्जी ही थी. असम में भी जनता के प्रती बीजेपी को लेकर भ्रम की स्थिति हैं.
अब कौन होगा इन 5 राज्यो में सत्ता की कुर्सी काबिज़ ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन कही न कही बीजेपी के लिए अभी भी थोड़ी बहुत मुश्किले रास्ते में खड़ी है इन 5 राज्यो को लेकर.