समाजवादी पार्टी से नाता तोड़ने के बाद अपनी पार्टी बना चुके पूर्व समाजवादी नेता और प्रगतिशील पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह ने 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए नारा गैर भाजपावाद का नारा दिया हैं। समाजवादी पार्टी से अलग हुए शिवपाल से ने पहले अपनी नई पार्टी बनाई और सभी समाजवादी नेताओ और कार्यकर्ता से अपील की भाजपा को उत्तर प्रदेश में हराना हैं तो सभी समाजवादियों को एक होना पड़ेगा। समाजवादी पार्टी में विलय होने को लेकर उन्होने कहा की वह अपनी पार्टी को समाजवादी पार्टी में विलय नही कर रहे हैं मगर अखिलेश यादव के साथ गठबंधन के लिए ज़रूर तैयार हैं।
समाजवादी पार्टी ने शिवपाल के दम पर चार बार सरकार बनाई। और उन्होने समाजवादी पार्टी के लिए हर बार किंग मेकर का काम किया हैं। आगे उन्होने कहा कि भाजपा को हराने के लिए पूरे देश के समाजवादियों को एक होना पड़ेगा और साथ ही सूबे की तमाम राजनीतिक पार्टियों से बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने की अपील भी की है। साथ ही शिवपाल ने कहा कि वह हर तरह के लिए त्याग करने को तैयार हैं लेकिन शर्त यह है कि सभी समाजवादी पार्टी के लोग एक होकर चुनावी मैदान में उतरें। छोटे दलों और खासकर प्रकाश राजभर ओवैसी के साथ गठबंधन पर शिवपाल यादव ने कहा कि उन्होंने गैर भाजपावाद का नारा दिया है
उन्होंने साफ कर दिया कि उनकी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में किसी भी सूरत में नहीं होगा, लेकिन वो अखिलेश यादव के साथ गठबंधन करने को तैयार हैं। हालांकि, शिवपाल काफी समय से सपा के साथ गठबंधन करने का ऑफर दे रहे हैं, लेकिन अखिलेश यादव उन्हें अडजस्ट करने की बात कर रहे हैं।
आपको बता दे कि चाचा-भतीजा विवाद के चलते 2017 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को भारी हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद ही शिवपाल यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया था। हांलाकि अखिलेश यादव चाचा शिवपाल को जसवंत नगर सीट छोड़ने और सत्ता में आने पर मंत्री बनाने का आश्वासन दे रहे हैं। इस पर शिवपाल का कहना हैं कि अखिलेश हमारे लिए सिर्फ एक सीट देने की बात कर रहे हैं, वह तो उनकी ही सीट है।फिलहाल शिवपाल यादव परिवार को एक होने की बात कह रहे हैं। उन्होने यह भी कहा कि अगर परिवार एक हो जाएगा तो यूपी का चुनाव जीत लेंगे।