प्रियंका गांधी ने कहा मै आपका साथ कभी नही छोड़गी मेरी जान और मेरा धर्म आप है मारे और आप के बीच भरोसे का रिश्ता है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कृषी कानून को लेकर बिजनौर रैली में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। बिजनौर में सोमवार को किसान पंचायत को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘आप ने अब तक खूब भाषण और शायरी सुनी। मैं यहां भाषण देने नहीं, बातचीत करने आईं हूं। आप हमे बनाते हैं। हमें खड़े करने वाले भी आप हैं। हमारे और आप के बीच भरोसे का रिश्ता है।
प्रियंका गांधी यही नही रुकी वह किसान रैली में करारे प्रहार करती रही उन्होने कहा कि मोदी जी को दो बार क्यों जिताया? इसलिए कि आपके लिए काम करेंगे। पहला चुनाव हुआ। रोजगार को बात हुई। व्यापारी को बढ़ाने की बात हुई। लेकिन क्या हुआ कुछ नही। फिर अगला चुनाव आया, किसान और बेरोजगारी की बात की। किसानो की आय दुगुना करेंगे। असलियत यह है कि उनके राज में कुछ नहीं हुआ। कमाई दुगुनी हुई?? गन्ने का दाम बढ़ाया? यूपी के किसान का वाकया 10 हज़ार करोड़ है। ये ऐसे पीएम है कि आपका बकाया पूरा नहीं किया। अपने भ्रमण के लिए दो हवाई जहाज़ खरीदे, जिनकी कीमत 16 हज़ार करोड़ है जबकि 15 हज़ार करोड़ में देश के पूरे किसान का गन्ना किसान का पैसा लौटा सकते थे। 20 हज़ार करोड़ का संसद भवन है। किसान के लिए 15 हज़ार करोड़ नहीं सरकार के पास। यही सरकार की नीयत है। जो भगवान का सौदा करता है वह इन्सान की कीमत क्या जाने। जो गन्ने की कीमत नहीं दे सकता, वो जान की कीमत क्या जाने। सर्दी से किसान गर्मी की तैयारी कर रहे हैं मान लेते है कानून किसानों की भलाई के लिए पर किसान मानने को तैयार नहीं। तो वापस क्यों नहीं ले लेते। क्या जबरदस्ती भलाई करेंगे।
प्रियंका गांधी ने तीनो कृषी कानूनो का ज़िक्र करते हुए तीनो कानूनो कि कमिया भी बताई, प्रियंका ने कहा कि ‘पहले कानून से जमाखोरी की पूरी अनुमति दे दी है।
दूसरा कानून प्राइवेट मंडी, खरबपतियों की मंडियां खुलेगी। सरकारी मंडी में आपसे टैक्स लिया जायेग और प्राइवेट में टैक्स नहीं। प्राइवेट मंडी जाएंगे तो सरकारी मंडी धीरे धीरे बंद कर दी जायेगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलता था सरकारी मंडियों में वो मिलना बंद हो जाएगा। खरबपतियों की मनमर्जी चलेगी।
तीसरे कानून में ठेके पर किसानी की बात की गई है जिसमें खरबपति आ सकता है आपके गांव में आप 10 -15 किसान हो। गन्ना उगाया, बेचने गए याद दिलाया कि 500 रु में खरीदेंगे। उस वक्त वो मना कर दे तो सबसे बड़ा जुल्म है कि कॉन्टैक्ट कर लिया, वो कहता है अब नहीं लेंगे तो आपकी कोई सुनवाई नहीं होगी। क्योंकि इस कानून में आपको अदालत जाने की इजाज़त नहीं हैं। उन्होंने कहा, जो अब तक बिके नहीं उन्हे मजबूरी में बेचना पड़ेगा।