मध्य प्रदेश भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने भोपाल के एम्स डायरेक्टर को ये चेतावनी क्यों दी की वे चुप रहेंगे तो सब ठीक रहेगा. भोपाल से बीजेपी की सांसद, अक्सर अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहती हैं. हाल ही में प्रज्ञा ठाकुर ने एम्स के डायरेक्टर सरमन सिंह को चेतावनी देते हुए कहा था- वे चुप रहेंगे तो सब ठीक रहेगा, उन्होंने गलती की है तो स्वीकार करते हुए इस्तीफा देना चाहिए.
पूरा मामला-
दरअसल भोपाल स्थित एम्स के डायरेक्टर सरमन सिंह ने कुछ दिन पहले कहा था कि सांसद और विधायक उन्हें अपना नौकर बनाना चाहते हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, प्रज्ञा ठाकुर ने इसका जवाब देते हुए कहा कि ये गलत है और इस प्रकार का बयान सरमन सिंह की भाषा और उनके संस्कारों को दर्शाता है. प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि एम्स डायरेक्टर जैसे पद पर बैठे व्यक्ति को हर बात सबूत के साथ बोलनी चाहिए. बीजेपी सांसद ने सरमन सिंह पर कुछ डॉक्टरों को धमकाने का भी आरोप लगाया. प्रज्ञा ठाकुर के शब्दों में कहें तो – ‘उन्होंने मेरे नाम का दुरुपयोग करते हुए एक विभाग के डॉक्टरों को धमकाया भी है. तभी मैंने उन्हें नोटिस भेजा था. जिसका जवाब उन्होंने क्षमा मांगते हुए दिया और जरूरत पड़ी तो मैं उस पत्र को सार्वजनिक भी करूंगी. कोरोना के समय उन्होंने जो परिस्थितियां पैदा कीं, वो सभी जानते हैं. ना तो जनप्रतिनिधियों के फोन उठाए और ना ही समय पर उपस्थित रहे.’ प्रज्ञा ठाकुर यहीं नहीं रुकीं. उन्होंने एम्स डायरेक्टर सरमन सिंह पर एक महिला से अभद्र भाषा में बात करने का भी आरोप लगाया. उनके मुताबिक़, महिला सामाजिक कार्यकर्ता ने मदद के लिए एम्स डायरेक्टर को फोन किया था, लेकिन उन्होंने महिला को ‘गाली’ देते हुए फोन रख दिया.
कांग्रेस भी एम्स प्रमुख से ख़फ़ा- आपको बता दें की ऐसा नहीं है कि केवल प्रज्ञा ठाकुर और बीजेपी ही भोपाल एम्स प्रमुख के खिलाफ हैं. खबरों के मुताबिक, प्रदेश के दूसरे नेता भी उनके कामकाज से खुश नहीं हैं, खासतौर पर कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को टीके नहीं उपलब्ध करवाने को लेकर बीजेपी-कांग्रेस दोनों सरमन सिंह से नाराज हैं. हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में योजना समिति की बैठक हुई थी. इसमें एम्स डायरेक्टर सरमन सिंह को लेकर खूब हंगामा हुआ था. भाजपा और कांग्रेस के लोगों ने एकमत होकर सरमन सिंह को हटाने की मांग की थी. बैठक में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने शिकायत करते हुए कहा था कि जब एम्स डायरेक्टर को फोन किया गया तो दो दिन तक जवाब नहीं मिला.
वहीं, प्रज्ञा ठाकुर ने भी एम्स डायरेक्टर की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर रहे हैं और पूरी तरह से ‘भ्रष्टाचार’ में लिप्त हैं. उनके अनुसार एम्स प्रमुख ऑनलाइन रागे मगर लोगों के फ़ोन का जवाब नहीं दिया. दूसरी ओर सरमन सिंह का कहना है की वो बस अपना काम कर रहे हैं, और किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते हैं.
प्रज्ञा सिंह भी सवालों के कटघरे में-
साध्वी प्रज्ञा सिंह ने एम्स डायरेक्टर की कार्यशैली और रवैये पर कई सवाल उठाए. लेकिन वे खुद भी सवालों के घेरे में हैं. गौरतलब है कि भोपाल में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान साध्वी प्रज्ञा को टीका लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को उनके घर जाना पड़ा. इसे लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सांसद को कटघरे में खड़ा कर दिया.
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर लिखा, ‘अभी कुछ दिन पहले ही बास्केट बॉल खेल रहीं और ढोल की थाप पर नृत्य कर रहीं हमारी भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने आज घर पर मेडिकल टीम बुलाकर वैक्सीन का डोज़ लगवाया?’ नरेंद्र सूलजा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और तमाम भाजपा नेता अस्पताल में जाकर वैक्सीन लगवा कर आए हैं, लेकिन प्रज्ञा ठाकुर को ये छूट क्यों और किस आधार पर है कि वे डॉक्टरों को घर बुलाकर टीका लगवाएं.