एक्टिंग और मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत करने वाली पामेला गोस्वामी बीजेपी की एक नेता है जो बंगाल मे भारतीय जनता युवा मोर्चा की महासचिव है. पामेल आये दिन अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल्स पर बीजेपी से जुड़ी हुई पोस्ट्स को शेयर करती रहती है. लेकिन वो इस वक्त अपनी एक्टिंग की वजह से चर्चा में नही बल्कि दूसरी वजह से सुर्ख़ियों में बनी हुई है. चुनावी सरगर्मी के बीच पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक महिला नेता को उनके करीबी प्रबीर कुमार डे के साथ दक्षिण कोलकाता के न्यू अलीपुर से 100 ग्राम कोकीन के साथ गिरफ्तार किया गया है.
कोलकाता यूनिवर्सिटी से है ग्रेजुएट
पामेला का जन्म पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में हुआ था, लेकिन फिलहाल वह मुंबई में रहती है. पामेला ने अपना ग्रेजुएशन कोलकाता यूनिवर्सिटी से किया है.
कैसा रहा एक्टिंग करियर
साल 2010 में पामेला ने बंगाली फिल्म Mon Chai Tome में पहली बार काम किया था, उसके बाद फिर से 2012 में पामेला को ओडिया फिल्म जग्गू में काम करने का मौका मिला. 2014 में मिस बटरफ्लाई और साल 2016 में फिल्म सम्पर्क में उन्हें काम करने का मौका मिला. यह फिल्म उस साल काफी हिट भी रही थी.
किस पर लगा रही हैं आरोप
पामेला गोस्वामी फिलहाल सक्रिय रूप से राजनीति में है और भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी हुई है, वह पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा की सचिव भी है.पामेला कई मौकों पर बीजेपी नेता मुकुल रॉय और बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के साथ भी नजर आ चुकी हैं.
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा की नेता पामेला गोस्वामी के कोकीन के साथ पकड़े जाने के बाद किरकिरी झेल रही बीजेपी को अब पार्टी में कलह का भी सामना करना पड़ रहा है। ड्रग्स केस को लेकर पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया चुका हैं
शुक्रवार को कोकीन के साथ गिरफ्तार की गईं पामेला ने शनिवार को एक एनडीपीसी कोर्ट में सुनवाई के दौरान दावा किया कि उन्हें उनकी पार्टी के ही नेता राकेश सिंह ने फंसाया है। पामेला ने कहा कि राकेश सिंह ने ही अपने आदमियों से कोकीन उनकी कार में रखवा दी। पामेला ने कहा, ”मुझे विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है। मैंने पांच दिन पहले एक ऑडियो रिकॉर्ड की थी।” उन्होंने मामले की जांच सीआईडी से कराने की भी मांग की।
लेकिन इस मामले में बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के करीबी राकेश सिंह ने पामेला के आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। राकेश सिंह ने कहा, ”किसी के खिलाफ शिकायत कर देना आसान है, लेकिन साबित करना मुश्किल अब पामेला ही बता सकती हैं कि मेरा नाम क्यों लिया। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि मुझे बदनाम करने की साजिश है। मैं इस तरह की गंदी राजनीति में विश्वास नहीं करता।” अब कौन सच बोल रहा हैं और कौन झूट इसका पता तो कोलकाता पुलिस लगा ही लेगी लेकिन एक बात ज़रूर है कि बीजेपी इस वक्त बंगाल में चुनाव से पहले मुश्किलो में घिरती जा रही हैं.