र्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मालिक ने आरोपों की बौछार कर दी है। एक के बाद एक बड़े खुलासेकर रहे हैं। ‘नाम बदलने में फर्जीवाड़ा…बार का लाइसेंस बनवाने में फर्जीवाड़ा…नौकरी में भी जालसाजी…जाति प्रमाण पत्र बनवाने में फर्जीवाड़ा…ये सब फर्जी लोग हैं’, ये आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े और उनके परिवार पर फिर से हमला बोला है. मलिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोहराया कि समीर दाऊद वानखेड़े को अपनी करतूतों की वजह से नौकरी खोनी पड़ेगी और उन्हें जेल भी जाना पड़ेगा। उनका कहना है की वानखेड़े के नाम पर शराब का धंधा चल रहा है, उनके नाम पर एक बार चलता है। इसलिए उन पर सरकारी नियमों का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार आरोप है कि समीर वानखेड़े ने नवी मुंबई में वाशी इलाके में होटल खरीदा। होटल के लिए इक्साइज विभाग ने 27 अक्टूबर 1997 को लाइसेंस समीर वानखेड़े के नाम जारी किया था, जो 31 मार्च 2022 तक वैध है। इस होटल में विदेश शराब तथा देशी शराब के सेवन को अनुमति दी गई है। अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि सरकारी नौकरी में रहते हुए समीर वानखेड़े ने होटल खरीदे और अपने पिता को पावर आफ अटर्नी देकर होटल चलवा रहे हैं। उनकी मांग है कि समीर वानखेड़े ने कितनी संपत्ति अर्जित की है, इसकी छानबीन एनसीबी और केंद्र सरकार को करनी चाहिए। मलिक ने कहा है कि इतने फर्जीवाड़े सबूत के तौर पर सामने रखे गए हैं, इसलिए अब भी केंद्र सरकार को उन्हें बचाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. अगर सरकारें जालसाजी के समर्थन में खड़ी होती हैं, तो उनकी छवि खराब हो सकती है. नवाब मलिक ने ये भी कहा कि अगर पूरे विभाग को बदनाम किया जा रहा है और इसे बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं तो ये स्पष्ट होगा कि इसके पीछे बीजेपी और केंद्र सरकार का हाथ है।
शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान के क्रूज़ पार्टी में पकडे जाने के बाद से ही नवाब मालिक लगतार समीर वखेड़े को लेकर ऐसे खुलासे करते रहे है , हालाँकि उनके द्वारा दिखाए गए सभी सबूत इस बात को भी साबित कर रहे हैं कि पुरे में मामले फर्ज़ीवाड़े तो ज़रूर है।