आगरा के शाहगंज क्षेत्र के चिल्ली पाड़ा मोहल्ले में एक लड़की की मौत की खबर के बाद बवाल खड़ा होगया। बवाल के दौरान शाहगंज बाजार में दो दुकानों को भी निशाना बनाया गया। उनमें तोड़फोड़ की गई। इससे पूरे बाजार में दहशत फैल गई। चंद मिनट में दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिर गए। पुलिस के आने पर भी बाजार नहीं खुला। एक घंटे तक दहशत रही। बाद में फोर्स के पहुंचने पर व्यापारियों ने कुछ दुकानों को खोल लिया।
गली के अंदर बवाल हुआ था। इसके बाद युवक बाहर आ गए। उन्होंने कुछ दुकानों को निशाना बनाया। एक शख्स आसिफ बेग की रेडीमेड कपड़ों की दुकान में उनका भतीजा अमान बैठा था। अमान ने पुलिस को बताया कि कुछ युवक आए। आते ही चांटा मारा। इसके बाद तोड़फोड़ शुरू कर दी। सामान निकालकर फेंक दिया। इस दौरान गल्ले में रखे 16 हजार रुपये भी लूट लिए गए। दूसरी दुकान हाजी पप्पू की है। उसको भी निशाना बनाया गया। उसमें तोड़फोड़ की गई। व्यापारियों का कहना था कि युवती की मौत के मामले से उनका कोई लेनादेना नहीं था। फिर भी उनकी दुकान को निशाना बनाया गया। उनका क्या कसूर था।
दरअसल शाहगंज में शुक्रवार (12 नवंबर 2021) को फईम उर्फ अरमान से निकाह करने वाली वर्षा रघुवंशी का शव घर में फाँसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। इस घटना के बाद से युवती के परिजनों और हिंदू संगठनों में खासा रोष है। वहीं, चिल्लीपाड़ा निवासी फईम फरार बताया जा रहा है। दैनिक भास्कर के पत्रकार सचिन गुप्ता ने इसका वीडियो भी अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। वर्षा और अरमान ने एक साल पहले निकाह किया था। है। दोनों ने प्रेम विवाह किया था, उस समय वर्षा के परिजनों ने काफी हंगामा भी किया था, लेकिन अरमान और वर्षा के बालिग होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी। निकाह के बाद दोनों में अक्सर विवाद होने लगा था। वर्षा और उसके परिवार के बीच भी सम्बन्ध ठीक नहीं थे। लेकिन मृतका के भाई दुष्यंत कुमार के पास शुक्रवार शाम साढ़े छह बजे के पास फोन आया था कि उसकी बहन ने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। दुष्यंत के अनुसार, जब वह अपने साथियों के साथ मौके पर गया और देखा तो उसे बहन की हत्या कर शव लटकाए जाने का शक हुआ। हालाँकि अब तक ये हत्या का सही कारण साफ़ नहीं हो पाया है। लेकिन फिर फिर भी भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता और हिन्दू संगठन के लोगों ने तोड़फोड़ शुरू करदी। पुलिस वालों और परिवार के गलीगलौच की। पत्रकार श्याम मीरा सिंह ने इस मामले से जुडी कुछ वीडियो शेयर करते हुए लिखा। “आगरा में एक हिंदू लड़की ने मुस्लिम लड़के से शादी की. अब संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई है. घटना को आधार बनाकर हिंदू चरमपंथियों द्वारा मुसलमानों की दुकानों को टार्गेट करके, शहर में दंगे भड़काने का काम किया जा रहा है. प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव भी हैं।”
जिन दुकानों में तोड़फोड़ की गई। उनमें सीसीटीवी कैमरे लगे थे। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इनके फुटेज कुछ ही देर में वायरल हो गए। इसकी जानकारी पर पुलिस को भी हो गई। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को चिह्नित कर रही है।
वही मोहल्ले के ही रहने वाले हाजी मशरूर अकबराबादी ने बवाल होने पर शांति की मिसाल पेश की। वह प्रबुद्ध लोगों के साथ आ गए। उनका कहना था कि मोहल्ले में मिश्रित आबादी रहती है। इसके बावजूद कोई बवाल कभी नहीं हुआ। कुछ लोगों ने बाहर से आकर माहौल खराब किया। इस पर लोगों ने विरोध किया। दोनों तरफ से बवाल हो गया। वह क्षेत्र में शांति चाहते हैं। मोहल्ले के लोगों में किसी तरह का तनाव नहीं है।